जब उसने शहर के कॉलेज में आना छोड़ दिया।
न जाने कितनो ने पढ़ना पढ़ाना छोड़ दिया।
बिछड़ के मुझसे वो मायूस हो गयी इतना
सहेलियों से भी मिलना मिलाना छोड़ दिया।
बहुत दिनों से वो छत पर नज़र नही आई
यूही तो हमने पतंगे उड़ाना छोड़ दिया ।
कमल उदास नज़र आ रहे है पानी में
अब उसने झील में आकर नहाना छोड़ दिया।
वो शहर जाते ही मसरूफ हो गयी इतना
के अब तो ख़ुवाब तलक में भी आना छोड़ दिया।
सुकून टूटे भी केसे हमारे आंगन का
किसी ने पाँव की पायल बजाना छोड़ दिया।
न जाने कितनो ने पढ़ना पढ़ाना छोड़ दिया।
बिछड़ के मुझसे वो मायूस हो गयी इतना
सहेलियों से भी मिलना मिलाना छोड़ दिया।
बहुत दिनों से वो छत पर नज़र नही आई
यूही तो हमने पतंगे उड़ाना छोड़ दिया ।
कमल उदास नज़र आ रहे है पानी में
अब उसने झील में आकर नहाना छोड़ दिया।
वो शहर जाते ही मसरूफ हो गयी इतना
के अब तो ख़ुवाब तलक में भी आना छोड़ दिया।
सुकून टूटे भी केसे हमारे आंगन का
किसी ने पाँव की पायल बजाना छोड़ दिया।
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