एक लड़की है मेरे दर्जे की
जिस से में यारो प्यार करता हूँ।
जो हकीक़त है वो बयानं करूं
उस को लखते जिगर समझता हूँ।
लोग मरते है हुस्न पा उसके
में मगर सादगी पे मरता हूँ।
में समरदार हो गया हूँ शजर
इसलिए पथरो से डरता हूँ।
जिस से में यारो प्यार करता हूँ।
जो हकीक़त है वो बयानं करूं
उस को लखते जिगर समझता हूँ।
लोग मरते है हुस्न पा उसके
में मगर सादगी पे मरता हूँ।
में समरदार हो गया हूँ शजर
इसलिए पथरो से डरता हूँ।
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